क्या है हमारे गणतंत्र दिवस का इतिहास, कैसे बना हमारा संविधान
क्या है हमारे गणतंत्र दिवस का इतिहास, कैसे बना हमारा संविधान January 25, 2020 • सरिता सुराणा • लेख *सरिता सुराना 'देश की आन है तिरंगा मान है गंगा निशान चक्र है कमल पुष्प है.....' मुझे आज भी वो गीत याद है, जो हम गणतंत्र दिवस पर गाया करते थे। स्कूल में बहुत दिन पहले ही परेड, पीटी, लेजिम और डंबल की प्रैक्टिस शुरू हो जाती थी। मन में एक नई उमंग, नया उत्साह रहता था राष्ट्रीय त्यौहारों को मनाने का लेकिन आज़ जब देखती हूं कि स्कूलों में ये राष्ट्रीय त्यौंहार मनाने के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है तो बहुत दुःख होता है। आज़ गली-गली, नुक्कड़-नुक्कड़ पर कुकुरमुत्तों की तरह उग आए कान्वेंट स्कूलों ने इस परम्परा को लगभग समाप्त ही कर दिया है। इनमें गणतंत्र दिवस के नाम पर ले-देकर कुछ बच्चों को बुलाकर प्रिंसिपल झंडा फहराने का कोरम पूरा करके उन्हें घर भेज देते हैं। वहां पर न तो कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम होता है और न ही बच्चों को गणतंत्र दिवस के बारे में कोई जानकारी दी जाती है। हां, हिन्दी मीडियम स्कूल आज़ भी पूरी रिवायत के साथ इन त्यौंहारों को मनाते हैं। ...