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Showing posts from September, 2020

सूत्रधार साहित्यिक संस्था और विश्व भाषा अकादमी की काव्य गोष्ठी सम्पन्न

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  सूत्रधार और विश्व भाषा अकादमी की पंचम काव्य गोष्ठी सम्पन्न September 29, 2020 • ✍️सरिता सुराणा • समाचार हैदराबाद। सूत्रधार साहित्यिक संस्था हैदराबाद और विश्व भाषा अकादमी की तेलंगाना इकाई के संयुक्त तत्वावधान में पंचम् काव्य गोष्ठी का ऑनलाइन आयोजन गूगल मीट ऐप के माध्यम से किया गया। आज यहां पर जारी प्रेस विज्ञप्ति में संस्था की संस्थापिका सरिता सुराणा ने बताया कि इस काव्य गोष्ठी में जहां हैदराबाद के वरिष्ठ साहित्यकारों और नवोदित रचनाकारों ने भाग लिया, वहीं अन्य राज्यों के कवि-कवयित्रियां भी इसमें शामिल हुए। हैदराबाद के वरिष्ठ कवि आदरणीय भंवरलाल जी उपाध्याय ने इस काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता की, जो अपनी व्यंग्य रचनाओं के लिए विशेष रूप से जाने जाते हैं। इस गोष्ठी में सिलीगुड़ी पश्चिम बंगाल से प्रसिद्ध कवयित्री रूबी प्रसाद जी विशेष अतिथि के रूप में सम्मिलित हुईं। वहीं वेदान्त दर्शन के ज्ञाता आदरणीय सुरेश जी चौधरी कोलकाता से और एडवोकेट अमृता श्रीवास्तव बैंगलुरु से शामिल हुए। हैदराबाद की वरिष्ठ कवयित्री ज्योति नारायण की सरस्वती वंदना से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। तत्पश्चात् संस्थापिका ने सभी सम

विवेकानंद सरकारी महाविद्यालय में हिन्दी दिवस के अवसर पर वेबिनार संगोष्ठी सम्पन्न

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https://hindi.sakshi.com/news/telangana/vivekananda-government-college-celebrated-hindi-diwas-2020-92720 विवेकानंद सरकारी महाविद्यालय ने मनाया हिन्दी दिवस वक्ताओं ने दिया यह संदेश 16 Sep, 2020 18:10 IST | के. राजन्ना हिंदी दिवस पर संदेश देते हुए सरिता सुराणा और अन्य विश्वविद्यालयों में हिन्दी भाषा के अध्ययन की सुविधा उपलब्ध हिन्दी भाषा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रही है सोशल मीडिया और इंटरनेट पर हिन्दी एवं अन्य क्षेत्रीय भाषाओं का वर्चस्व हैदराबाद : विवेकानंद सरकारी महाविद्यालय, हैदराबाद के हिन्दी विभाग के तत्वावधान में हिन्दी दिवस मनाया गया। इस वेबिनार संगोष्ठी की संयोजक डॉ एच के वंदना ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि आज हिन्दी भाषा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रही है। अनेक विश्वविद्यालयों में हिन्दी भाषा के अध्ययन की सुविधा उपलब्ध है। हमारे देश में सर्वोच्च न्यायालय, संसद और अन्य सरकारी कार्यालयों के कामकाज में हिन्दी भाषा का प्रयोग प्रारम्भ हो गया है। इस वेबिनार की अध्यक्षता विवेकानंद सरकारी महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ.

थार एक्सप्रेस में प्रकाशित परिचर्चा न्यूज़ रिपोर्ट

 https://www.tharexpressnews.com/indiaonlinenews/new-education-policy-_3909.html परिचर्चा : नई शिक्षा नीति में त्रिभाषा सूत्र का फार्मूला कितना कारगर ? – युवा प्रवर्तक https://yuvapravartak.com/?p=41271 https://hindi.sakshi.com/news/national/discussion-concluded-hindi-diwas-sutradhar-92513 https://shabdpravah.page/article/sootradhaar-aur-vishv-bhaasha-akaadamee-dvaara-hindee-divas-par-paricharcha-goshthee-ka-aayojan-/gaU5tj.html https://www.facebook.com/groups/242496203441909/permalink/378758453149016/ https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=184453306649992&id=108584627570194

हिन्दी दिवस पर आयोजित परिचर्चा गोष्ठी की रिपोर्ट साक्षी समाचार में प्रकाशित

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  मनोरंजन खेल व्यापार गैलरी वीडियो ट्रेंडिंग ऑडियो सूत्रधार और विश्व भाषा अकादमी का हिन्दी दिवस पर परिचर्चा गोष्ठी संपन्न, यह रहा विषय 14 Sep, 2020 16:28 IST | के. राजन्ना संगोष्ठी में विचार व्यक्त करते हए सरिता सुराणा और अन्य तीन भाषाओं में से दो भाषाएं भारतीय होनी चाहिए भाषा से संस्कार और परम्पराएं जुड़ी होती है हैदराबाद :  सूत्रधार साहित्यिक संस्था, हैदराबाद और विश्व भाषा अकादमी, भारत की तेलंगाना इकाई के संयुक्त तत्वावधान में हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में एक परिचर्चा गोष्ठी का ऑनलाइन आयोजन किया गया। गोष्ठी का विषय था- नई शिक्षा नीति में त्रिभाषा सूत्र कितना कारगर सिद्ध होगा और उसमें हिन्दी भाषा का कितना महत्व होगा? आज यहां पर जारी प्रेस विज्ञप्ति में संस्था की संस्थापिका सरिता सुराणा ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ ज्योति नारायण की सरस्वती वंदना से हुआ। तत्पश्चात् संस्था अध्यक्ष ने सभी सहभागियों का शब्द-पुष्पों से स्वागत किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता हिन्दी भाषा के ख्याति प्राप्त विद्वान, लघुकथा विशेषज्ञ आदरणीय बीएलआच्छा जी ने की, जो चेन्नई से इस परिचर्चा गोष्ठी में शामिल हुए। संस्

सूत्रधार साहित्यिक मंच द्वारा हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में परिचर्चा गोष्ठी का आयोजन

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  सूत्रधार और विश्व भाषा अकादमी द्वारा हिन्दी दिवस पर परिचर्चा गोष्ठी का आयोजन  हैदराबाद , 14 सितम्बर . सूत्रधार साहित्यिक संस्था, हैदराबाद और विश्व भाषा अकादमी, भारत की तेलंगाना इकाई के संयुक्त तत्वावधान में गत दिवस हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में एक परिचर्चा गोष्ठी का ऑनलाइन आयोजन किया गया, जिसका विषय था- नई शिक्षा नीति में त्रिभाषा सूत्र कितना कारगर सिद्ध होगा और उसमें हिन्दी भाषा का कितना महत्व होगा? आज यहां पर जारी प्रेस विज्ञप्ति में संस्था की संस्थापिका सरिता सुराणा ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ ज्योति नारायण की सरस्वती वंदना से हुआ। तत्पश्चात् संस्था अध्यक्ष ने सभी सहभागियों का शब्द-पुष्पों से स्वागत किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता हिन्दी भाषा के ख्याति प्राप्त विद्वान, लघुकथा विशेषज्ञ आदरणीय बी.एल.आच्छा जी ने की, जो चेन्नई से इस परिचर्चा गोष्ठी में शामिल हुए। संस्था अध्यक्ष ने संस्था का परिचय देते हुए कहा कि सूत्रधार साहित्यिक संस्था के गठन का उद्देश्य स्थापित साहित्यकारों के साथ नवोदित रचनाकारों को एक मंच प्रदान करना है ताकि उनसे मार्गदर्शन प्राप्त करके वे आगे बढ़ सकें। इसी तर

विवेकानंद सरकारी महाविद्यालय में हिन्दी दिवस पर आयोजित वेबिनार

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  विवेकानंद सरकारी महाविद्यालय में हिन्दी दिवस पर वेबिनार सम्पन्न September 15, 2020 • ✍️सरिता सुराणा • समाचार विवेकानंद सरकारी महाविद्यालय, हैदराबाद के हिन्दी विभाग के तत्वावधान में दिनांक 14 सितम्बर, 2020 सोमवार को वेबिनार के माध्यम से हिन्दी दिवस मनाया गया। इस वेबिनार संगोष्ठी की संयोजक डॉ. एच के वंदना ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि आज हिन्दी भाषा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रही है। अनेक विश्वविद्यालयों में हिन्दी भाषा के अध्ययन की सुविधा उपलब्ध है। हमारे देश में सर्वोच्च न्यायालय, संसद और अन्य सरकारी कार्यालयों के कामकाज में हिन्दी भाषा का प्रयोग प्रारम्भ हो गया है। इस वेबिनार की अध्यक्षता विवेकानंद सरकारी महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. सुकन्या ने की। इस अवसर पर दक्षिण भारत के प्रसिद्ध हिन्दी नाटककार एमिरेट्स प्रोफेसर प्रदीप कुमार ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। डॉ.संगीता कोटिया, अध्यक्ष हिन्दी विभाग, पी जी कालेज सिकंदराबाद एवं श्रीमती सरिता सुराणा, वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखिका ने विशेष अतिथि के रूप में अपने विचार रखे। आदिलाबा

नई शिक्षा नीति में त्रिभाषा सूत्र में हिन्दी भाषा का प्रयोग

परिचर्चा गोष्ठी की रिपोर्ट विभिन्न समाचार पत्रों और न्यूज़ पोर्टल पर प्रकाशित https://www.tharexpressnews.com/indiaonlinenews/new-education-policy-_3909.html परिचर्चा : नई शिक्षा नीति में त्रिभाषा सूत्र का फार्मूला कितना कारगर ? – युवा प्रवर्तक https://yuvapravartak.com/?p=41271 https://hindi.sakshi.com/news/national/discussion-concluded-hindi-diwas-sutradhar-92513 https://shabdpravah.page/article/sootradhaar-aur-vishv-bhaasha-akaadamee-dvaara-hindee-divas-par-paricharcha-goshthee-ka-aayojan-/gaU5tj.html

सूत्रधार संस्था और विश्व भाषा अकादमी तेलंगाना इकाई द्वारा परिचर्चा गोष्ठी का आयोजन

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  सूत्रधार और विश्व भाषा अकादमी द्वारा हिन्दी दिवस पर परिचर्चा गोष्ठी का आयोजन  September 14, 2020 • ✍️सरिता सुराणा • समाचार सूत्रधार साहित्यिक संस्था, हैदराबाद और विश्व भाषा अकादमी, भारत की तेलंगाना इकाई के संयुक्त तत्वावधान में गत दिवस हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में एक परिचर्चा गोष्ठी का ऑनलाइन आयोजन किया गया, जिसका विषय था- नई शिक्षा नीति में त्रिभाषा सूत्र कितना कारगर सिद्ध होगा और उसमें हिन्दी भाषा का कितना महत्व होगा? आज यहां पर जारी प्रेस विज्ञप्ति में संस्था की संस्थापिका सरिता सुराणा ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ ज्योति नारायण की सरस्वती वंदना से हुआ। तत्पश्चात् संस्था अध्यक्ष ने सभी सहभागियों का शब्द-पुष्पों से स्वागत किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता हिन्दी भाषा के ख्याति प्राप्त विद्वान, लघुकथा विशेषज्ञ आदरणीय बी.एल.आच्छा जी ने की, जो चेन्नई से इस परिचर्चा गोष्ठी में शामिल हुए। संस्था अध्यक्ष ने संस्था का परिचय देते हुए कहा कि सूत्रधार साहित्यिक संस्था के गठन का उद्देश्य स्थापित साहित्यकारों के साथ नवोदित रचनाकारों को एक मंच प्रदान करना है ताकि उनसे मार्गदर्शन प्राप्त करके वे

सोशल मीडिया में बढ़ता हिन्दी भाषा का प्रयोग

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  इंटरनेट और सोशल मीडिया पर हिन्दी भाषा का बढ़ता प्रयोग September 13, 2020 • ✍️सरिता सुराणा • लेख ✍️सरिता सुराणा एक समय ऐसा था जब सिर्फ अंग्रेजी भाषा जानने वाले लोग ही कम्प्यूटर और इंटरनेट का प्रयोग कर सकते थे और अन्य भाषा भाषी लोगों के लिए यह वर्जनीय क्षेत्र था लेकिन समय के साथ जैसे-जैसे इंटरनेट का प्रयोग बढ़ता गया, वैसे-वैसे उसमें हिन्दी और अन्य क्षेत्रीय भाषाओं का प्रयोग भी बढ़ता गया। उसी का परिणाम है कि अंग्रेजी अब हमारे देश में इंटरनेट पर इस्‍तेमाल की जाने वाली शीर्ष भाषा नहीं रह गई है। हिन्दी और क्षेत्रीय भाषाओं के बढ़ते प्रभाव ने इसे पीछे छोड़ दिया है और आने वाले समय में इन भाषाओं का प्रभाव क्षेत्र और अधिक बढ़ने की उम्‍मीद है। यूथ4वर्क के एक सर्वे के अनुसार देश में शहर से लेकर गांवों तक इंटरनेट पर हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं का इस्‍तेमाल लगातार बढ़ रहा है। यह सर्वे भारत में इंटरनेट पर भाषाओं के इस्तेमाल को लेकर किया गया था। इस सर्वे में महानगरों के अलावा छोटे शहरों के इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को भी शामिल किया गया था। इसके अनुसार इंटरनेट पर हिन्दी का प्रयोग सबसे ज्यादा 51 प्रतिशत होता

इंटरनेट और सोशल मीडिया पर बढ़ता हिन्दी का प्रयोग

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  इंटरनेट और सोशल मीडिया पर हिन्दी भाषा का बढ़ता प्रयोग 13 Sep, 2020 17:45 IST | के. राजन्ना डिजाइन फोटो वर्ष 2021 में  इंटरनेट में हिन्दी भाषा का प्रयोग अंग्रेजी के मुकाबले हिन्दी भाषा का इस्‍तेमाल एक समय ऐसा था जब सिर्फ अंग्रेजी भाषा जानने वाले लोग ही कम्प्यूटर और इंटरनेट का प्रयोग कर सकते थे और अन्य भाषा भाषी लोगों के लिए यह वर्जनीय क्षेत्र था लेकिन समय के साथ जैसे-जैसे इंटरनेट का प्रयोग बढ़ता गया, वैसे-वैसे उसमें हिन्दी और अन्य क्षेत्रीय भाषाओं का प्रयोग भी बढ़ता गया। उसी का परिणाम है कि अंग्रेजी अब हमारे देश में इंटरनेट पर इस्‍तेमाल की जाने वाली शीर्ष भाषा नहीं रह गई है। हिन्दी और क्षेत्रीय भाषाओं के बढ़ते प्रभाव ने इसे पीछे छोड़ दिया है और आने वाले समय में इन भाषाओं का प्रभाव क्षेत्र और अधिक बढ़ने की उम्‍मीद है। यूथ-4 वर्क के एक सर्वे के अनुसार देश में शहर से लेकर गांवों तक इंटरनेट पर हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं का इस्‍तेमाल लगातार बढ़ रहा है। यह सर्वे भारत में इंटरनेट पर भाषाओं के इस्तेमाल को लेकर किया गया था। इस सर्वे में महानगरों के अलावा छोटे शहरों के इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को भी