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Showing posts from October, 2020

सूत्रधार साहित्यिक संस्था द्वारा छठी ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन

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 सूत्रधार साहित्यिक संस्था की छठी ऑनलाइन काव्य गोष्ठी सम्पन्न.''https://hindi.sakshi.com/news/telangana/sutradhar-organized-online-poetry-conference-96935 सूत्रधार साहित्यिक संस्था की छठी ऑनलाइन काव्य गोष्ठी सम्पन्न 27 Oct, 2020 19:18 IST | के. राजन्ना सूत्रधार की काव्य गोष्ठी में भाग लेते हुए कवि और लेखक निराला विद्रोह और क्रान्ति के कवि थे सभी दिशाओं में नवीनता का प्रवर्तन किया  हैदराबाद :  सूत्रधार साहित्यिक संस्था, हैदराबाद और विश्व भाषा अकादमी भारत की तेलंगाना इकाई के संयुक्त तत्वावधान में काव्य गोष्ठी का ऑनलाइन आयोजन किया गया। आज यहां पर जारी प्रेस विज्ञप्ति में संस्था की संस्थापिका सरिता सुराणा ने बताया कि इस काव्य गोष्ठी में हैदराबाद के साथ-साथ बाहर के कवि-कवयित्रियां भी शामिल हुए। एमएसएमई सुपरिटेंडेंट और वरिष्ठ साहित्यकार श्री प्रदीप देवीशरण भट्ट ने इस गोष्ठी की अध्यक्षता की और आगरा की ख्याति प्राप्त कवयित्री एवं निवर्तमान सहायक निदेशक राजभाषा डॉ. मधु भारद्वाज ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। श्रीमती बबीता अग्रवाल कंवल, सिलीगुड़ी विशेष अतिथि के रूप में सम्मिलित हुईं

नवरात्रि में कन्या पूजन की सार्थकता लेख शब्द प्रवाह में प्रकाशित

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  नवरात्रि में कन्या पूजन की सार्थकता लेख*सरिता सुराणा  admin October 17, 2020 11:10 pm  लेख सुनने के लिए दबाएं नवरात्रि पर्व मां दुर्गा की आराधना का पर्व है। इन नौ दिनों में माता के नौ रूपों की पूजा की जाती है। वे हैं- मां शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री। इन नौ शक्तियों के मिलन को ही नवरात्रि कहते हैं। इन दिनों में लोग अपनी आध्यात्मिक और मानसिक शक्तियों में वृद्धि के लिए संयम की साधना करते हैं, उपवास रखते हैं, भजन, पूजन और योग साधना भी करते हैं। कहा जाता है कि इन नौ दिनों में दुर्गा सप्तशती का पाठ, हवन और कन्या पूजन अवश्य करना चाहिए। वैसे तो हमारे देश में कन्या पूजन सदियों से चला आ रहा है लेकिन क्या एक दिन कन्या पूजन करने के बाद नारी जाति के प्रति पुरुष वर्ग के कर्त्तव्य और भावनाएं समाप्त हो जाती हैं और दूसरे दिन ही वे उसके लिए राक्षस बन उसे नोंचकर खाने और फिर जिन्दा जलाने में तनिक भी संकोच नहीं करते। क्या यही है कन्या पूजन की सार्थकता? आज देश में जो भयावह स़्थितियां बनी हुई है, उन्हें देखकर क्या हम कह सकते हैं कि

नवरात्रि पर्व पर कन्या पूजन की सार्थकता

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  नवरात्रि में कन्या पूजन की सार्थकता October 17, 2020 • ✍️सरिता सुराणा • लेख नवरात्रि पर्व मां दुर्गा की आराधना का पर्व है। इन नौ दिनों में माता के नौ रूपों की पूजा की जाती है। वे हैं- मां शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री। इन नौ शक्तियों के मिलन को ही नवरात्रि कहते हैं। इन दिनों में लोग अपनी आध्यात्मिक और मानसिक शक्तियों में वृद्धि के लिए संयम की साधना करते हैं, उपवास रखते हैं, भजन, पूजन और योग साधना भी करते हैं। कहा जाता है कि इन नौ दिनों में दुर्गा सप्तशती का पाठ, हवन और कन्या पूजन अवश्य करना चाहिए। वैसे तो हमारे देश में कन्या पूजन सदियों से चला आ रहा है लेकिन क्या एक दिन कन्या पूजन करने के बाद नारी जाति के प्रति पुरुष वर्ग के कर्त्तव्य और भावनाएं समाप्त हो जाती हैं और दूसरे दिन ही वे उसके लिए राक्षस बन उसे नोंचकर खाने और फिर जिन्दा जलाने में तनिक भी संकोच नहीं करते। क्या यही है कन्या पूजन की सार्थकता? आज देश में जो भयावह स़्थितियां बनी हुई है, उन्हें देखकर क्या हम कह सकते हैं कि हमारी कन्याएं समाज में सुरक्षित ह

अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में परिचर्चा गोष्ठी आयोजित

 https://www.tharexpressnews.com/indiaonlinenews/International-Girl-Child-Day-_4349.html शिक्षा और संस्कारों से छू लूँ सपनों का संसार- डाॅ. बीना 10 October 2020 09:07 PM शिक्षा और संस्कारों से छू लूँ सपनों का संसार-डाॅ. बीना प्रस्तुतकर्ता - सरिता सुराणा गुरुग्राम , 10 अक्टूबर। विश्व भाषा अकादमी गुरुग्राम इकाई द्वारा  शुक्रवार, 9 अक्टूबर शाम 4:00 बजे से अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर, जो पूरे विश्व में प्रतिवर्ष  11 अक्टूबर को मनाया जाता है, के उपलक्ष्य में एक  ऑनलाइन परिचर्चा आयोजित की गई।  परिचर्चा का आयोजन एवं संचालन गुरु ग्राम इकाई की उपाध्यक्षा डॉ० सविता स्याल  ने किया । सर्वप्रथम उन्होंने हिंदी सहित सभी भाषाओं, कला एवं संस्कृति से संबंधित विश्व भाषा अकादमी के मंच को धन्यवाद देते हुए भारत का नेतृत्व  करने वाले, चेयरमैन  मुकेश शर्मा  के प्रति ऐसा मंच प्रदान करने के लिए आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा," एक ओर हम 'बालिका दिवस' का आयोजन कर  उनके हितों की बात करते हैं और दूसरी ओर हमारे समाचार पत्र मासूम बच्चियों के बलात्कार और हत्या की दिल दहलाने वाले समाचारों से भरे पड़े हैं। ह

परिचर्चा गोष्ठी समाचार: सरिता सुराणा

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विश्व भाषा अकादमी, गुरुग्राम ने मनाया अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस 10 Oct, 2020 22:20 IST | के. राजन्ना अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर विचार व्यक्त करते हुए वक्ता अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस की सार्थकता पर विचार व्यक्त बेटियों को बहुमुखी प्रतिभाशाली बनाने की जरूरत पर बल गुरुग्राम (हरियाणा) :  विश्व भाषा अकादमी गुरुग्राम इकाई की ओर से अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर, जो पूरे विश्व में प्रतिवर्ष 11 अक्टूबर को मनाया जाता है, के उपलक्ष्य में एक ऑनलाइन परिचर्चा आयोजित की गई।  परिचर्चा का आयोजन एवं संचालन गुरुग्राम इकाई की उपाध्यक्षा डॉ० सविता स्याल ने किया। सर्वप्रथम उन्होंने हिंदी सहित सभी भाषाओं, कला एवं संस्कृति से संबंधित विश्व भाषा अकादमी के मंच को धन्यवाद देते हुए भारत का नेतृत्व करने वाले, चेयरमैन श्री मुकेश शर्मा जी के प्रति ऐसा मंच प्रदान करने के लिए आभार प्रकट किया।  उन्होंने कहा," एक ओर हम 'बालिका दिवस' का आयोजन कर उनके हितों की बात करते हैं और दूसरी ओर हमारे समाचार पत्र मासूम बच्चियों के साथ बलात्कार और हत्या की दिल दहलाने वाले समाचारों से भरे पड़े हैं। हमें यह सोचने पर मज़बूर

विश्व भाषा अकादमी की गुरुग्राम इकाई द्वारा अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर परिचर्चा गोष्ठी आयोजित

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  विश्व भाषा अकादमी गुरुग्राम इकाई द्वारा अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर ऑनलाइन परिचर्चा गोष्ठी आयोजित October 10, 2020 • ✍️सरिता सुराणा • समाचार विश्व भाषा अकादमी गुरुग्राम इकाई द्वारा  शुक्रवार, 9 अक्टूबर शाम 4:00 बजे से अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर, जो पूरे विश्व में प्रतिवर्ष  11 अक्टूबर को मनाया जाता है, के उपलक्ष्य में एक  ऑनलाइन परिचर्चा आयोजित की गई।परिचर्चा का आयोजन एवं संचालन गुरु ग्राम इकाई की उपाध्यक्षा डॉ० सविता स्याल  ने किया । सर्वप्रथम उन्होंने हिंदी सहित सभी भाषाओं, कला एवं संस्कृति से संबंधित विश्व भाषा अकादमी के मंच को धन्यवाद देते हुए भारत का नेतृत्व  करने वाले, चेयरमैन श्री मुकेश शर्मा जी के प्रति ऐसा मंच प्रदान करने के लिए आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा," एक ओर हम 'बालिका दिवस' का आयोजन कर  उनके हितों की बात करते हैं और दूसरी ओर हमारे समाचार पत्र मासूम बच्चियों के बलात्कार और हत्या की दिल दहलाने वाले समाचारों से भरे पड़े हैं। हमें यह सोचने पर मज़बूर करते हैं कि ऐसे वातावरण में "बालिका दिवस" मनाना कितना सार्थक है? इस परिचर्चा में अनेक वरिष्ठ साहित

डेली शुभ लाभ में प्रकाशित परिचर्चा गोष्ठी की रिपोर्ट

 https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1268641150137721&id=100009755447698 सूत्रधार एवं विश्व भाषा अकादमी द्वारा गांधी जयन्ती के अवसर पर परिचर्चा गोष्ठी सम्पन्न सूत्रधार साहित्यिक संस्था, हैदराबाद एवं विश्व भाषा अकादमी की तेलंगाना इकाई के संयुक्त तत्वावधान में गांधी जयन्ती के अवसर पर आयोजित ऑनलाइन परिचर्चा गोष्ठी शनिवार की शाम को सफलतापूर्वक संपन्न हुई। आज यहां पर जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार संस्थापिका सरिता सुराणा ने बताया कि इस परिचर्चा गोष्ठी का विषय था- 'स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी के सत्याग्रह आन्दोलन की भूमिका'। लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार एवं प्रणाम पर्यटन पत्रिका के संपादक श्री प्रदीप श्रीवास्तव ने इस गोष्ठी की अध्यक्षता की। इसके विशेष वक्ता थे प्रसिद्ध नाटककार और साहित्यकार सुहास भटनागर और वरिष्ठ साहित्यकार गजानन पाण्डेय। कोलकाता से वेदान्त दर्शन के ज्ञाता सुरेश चौधरी ने इसमें विशेष अतिथि के रूप में भाग लिया। ज्योति नारायण की सरस्वती वंदना से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। तत्पश्चात् अध्यक्ष ने सभी अतिथियों और सहभागियों का शब्द-पुष्पों से स्वागत किया।  परिच

विश्व भाषा अकादमी के फेसबुक पेज पर परिचर्चा गोष्ठी की रिपोर्ट प्रकाशित

 https://www.facebook.com/102898151368935/posts/178314140494002/

सूत्रधार साहित्यिक मंच एवं विश्व भाषा अकादमी द्वारा गांधी जयन्ती के अवसर पर परिचर्चा गोष्ठी का आयोजन

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 https://www.tharexpressnews.com/indiaonlinenews/Gosthi_4245.html स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी के सत्याग्रह आन्दोलन की भूमिका विषय पर परिचर्चा गोष्ठी सम्पन्न 04 October 2020 05:35 PM  04 अक्टूबर 2020।  सूत्रधार साहित्यिक संस्था, हैदराबाद एवं विश्व भाषा अकादमी की तेलंगाना इकाई के संयुक्त तत्वावधान में गांधी जयन्ती के अवसर पर आयोजित ऑनलाइन परिचर्चा गोष्ठी शनिवार की शाम को सफलतापूर्वक संपन्न हुई। आज यहां पर जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार संस्थापिका सरिता सुराणा ने बताया कि इस परिचर्चा गोष्ठी का विषय था- 'स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी के सत्याग्रह आन्दोलन की भूमिका'। लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार एवं प्रणाम पर्यटन पत्रिका के संपादक प्रदीप श्रीवास्तव ने इस गोष्ठी की अध्यक्षता की। इसके विशेष वक्ता थे प्रसिद्ध नाटककार और साहित्यकार सुहास भटनागर और वरिष्ठ साहित्यकार गजानन पाण्डेय। कोलकाता से वेदान्त दर्शन के ज्ञाता सुरेश चौधरी ने इसमें विशेष अतिथि के रूप में भाग लिया। ज्योति नारायण की सरस्वती वंदना से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। तत्पश्चात् अध्यक्ष ने सभी अतिथियों और सहभागियों का

साक्षी समाचार में प्रकाशित परिचर्चा गोष्ठी की रिपोर्ट

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 सूत्रधार व विश्व भाषा अकादमी ने मनाई गांधी जयंती, विषय रहा-'स्वतंत्रता संग्राम में गांधी की भूमिका'.''https://hindi.sakshi.com/news/telangana/sutradhar-and-world-language-academy-celebrated-gandhi-jayanti-94645 सूत्रधार व विश्व भाषा अकादमी ने मनाई गांधी जयंती, विषय रहा-'स्वतंत्रता संग्राम में गांधी की भूमिका' 4 Oct, 2020 21:52 IST | के. राजन्ना परिचर्चा में भाग लेते हुए कवि, लेखक और साहित्यकार सत्य कभी पराजित नहीं हो सकता है सत्य खामोश ज्वालामुखी की तरह होता है हैदराबाद :  सूत्रधार साहित्यिक संस्था, हैदराबाद एवं विश्व भाषा अकादमी की तेलंगाना इकाई के संयुक्त तत्वावधान में गांधी जयन्ती के अवसर पर आयोजित ऑनलाइन परिचर्चा गोष्ठी शनिवार की शाम को सफलतापूर्वक संपन्न हुई।  आज यहां पर जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार संस्थापिका सरिता सुराणा ने बताया कि इस परिचर्चा गोष्ठी का विषय था- 'स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी के सत्याग्रह आन्दोलन की भूमिका'। लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार एवं प्रणाम पर्यटन पत्रिका के संपादक श्री प्रदीप श्रीवास्तव ने इस गोष्ठी की अध्यक्षता की। इ