हाइकु दिवस पर विशेष आलेख
आज हाइकु दिवस पर विशेष आलेख- 'भारत में हाइकु के जनक प्रो. सत्य भूषण वर्मा' ************************************** डॉ. सत्य भूषण वर्मा भारत में हाइकु कविता के उन्नायक और दिशावाहक थे। देश में हाइकु कविता का जब भी संदर्भ आएगा, डॉ. वर्मा को अवश्य ही याद किया जाएगा। 4 दिसंबर, 1932 ई. को तत्कालीन भारत और आज के पाकिस्तान की रावलपिंडी में जन्मे वर्मा जी मूल रूप से हिंदी के प्राध्यापक थे और शांति निकेतन तथा जोधपुर विश्वविद्यालयों में हिंदी प्रवक्ता रह चुके थे। हिंदी के साथ-साथ वे संस्कृत, बंगला, उड़िया, असमिया, पंजाबी, उर्दू, चीनी, जापानी आदि भाषाओं के भी जानकार थे। जापानी भाषा उन्होंने वर्ष 1956 से ही सीखनी शुरू कर दी थी। 1974 ई. में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय आने पर हिंदी के स्वनामधन्य आलोचक तथा हाइकु को एक कविता ही नहीं, एक संस्कृति मानने वाले प्रो.नामवर सिंह की प्रेरणा से वे हाइकु के अध्ययन में प्रवृत्त हुए और फिर उन्होंने उन्हीं के निर्देशन में अपना महत्वपूर्ण शोध कार्य 'जापानी- हाइकु और आधुनिक हिंदी-कविता' भी वर्ष 1981 में पूरा किया। देश के प्रतिष्ठित उच्च शिक्षा संस्थ